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Showing posts from July, 2020

जिनसे उम्मीद बहुत थी

खुशियों के तो दावेदार बहुत है।

जमीन के नीचे भी कोई दीवाना तड़पता होगा

एक और भूल कि इजाजत है तुम्हे

जिस दिन मूड घूम गया उठा ले जाऊंगा घर से

दिल ले ही जाती है

दर्द मै अकेले है ओर खुशी का जमाना है

खा रहा है इंसान इंसान को नोच नोच कर

सब एक दूसरे के दुश्मन है यहां

ये बारिश का मौसम तुमसे मेरे दिल की बात कहने आया है

केतली देखती रह गई

रूह भी गिरवी रख दी है तेरी चाहत मै

तुझसे भी हसीन चेहरे देखे है।

तेरी जीत से ज्यादा चर्चे मेरी हार के है

मुझे याद आ रहा है तेरा हल्के से मुस्कराना

ठंडक पड़ती है दिल में तेरे मुस्कराने से

अब मज़ा आ रहा है धक धक करने मै

दीदार हो जाता है

खुद खुशी कर ली

sabse khatarnak virus meri yaado ka hai

Good morning

good morning

oye sun 143